रविवार, 17 मई 2020

तमन्ना


कभी अकेले तन्हाई  में तुम्हारे आने का इंतजार करता हूं।
कभी तेरी उन यादों से प्यार करता हूं।
कभी तेरी ही प्यारी सी मुस्कान के साथ अकेले ही हंसता रहता हूं।
यह जानता हूं कि तन्हाई भरा सफर है।
फिर भी तेरी यादों के सहारे उन पर गुजरता हूं ।
कभी अकेली तनहाई तुम्हारे आने का इंतजार करता हूं।


कभी तेरी यादों के बारिश में भेजता हूं।
तो कभी तेरी यादों के सावन का इंतजार करता हूं ।
तुम कभी आओगी मेरी जिंदगी में, उस पल का इंतजार करता हूं।
कभी अकेली तनहई में तुम्हारे आने का इंतजार करता हूं।


तुम मेरी तन्हाई के साथी हो।
तुम मेरे जीवन के कुछ पलों की हमसफर हो।
जिसे मैं आंखों में बसाकर बस तुमसे ही प्यार करता हूं।
कभी अकेली तनहाई में तुम्हारे आने का इंतजार करता हूं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

फेम की मदहोशी

  यौवन   : वो मौसम जिसको आना तो एक बर हैं। समय के             साथ बिखर जाना भी हैं।         खूबसूरत कलियों को देख भोरे खींचे चले आते है।    ...