मंगलवार, 19 मई 2020

हम भी हैं साथ तुम्हारे

क्यों हो गए इतने मजबूर अकेले ही चल दिए।
हम भी हैं साथ तुम्हारे फिर क्यों अकेले ही चल दिए।
इस विपरीत परिस्थितियों में हम भी हैं साथ तुम्हारे
क्यों हमें असहाय कर दिए ।
सोचा तो होगा क्या इसका परिणाम क्या होगा
पूरा देश जब बंद है घरों में फिर क्यों अकेले चल दिए।



माना की जंग लड़ी जाती है मैदान में,
पर अभी तो ठहर जाओ अपने अपने आशियाने में,
फिर  मिलकर हम आगे आएंगे
लेकिन अभी निकल गए तो बहुत पछताएंगे
हम भी तो हैं साथ तुम्हारे फिर क्यों अकेले ही चल दिए।

Why have you been so compelled to walk alone, we are also with you, why have you walked alone in this adverse situation, we are also together, why have you thought of us helpless?  I am also with you, why did you walk alone, the battle is fought, but stop in the plains now, we will come forward together again in our respective homes but now we leave  We will regret a lot, we are together with you, why did you walk alone?

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