मंगलवार, 19 मई 2020

बेटियां


अक्सर बेटी की चाहत होती हैं।
बेटा ही सब कुछ हो ऐसा भी होता नहीं
बेटी भी घर की शोभा होती है।
फिर क्यों बेटे की चाहत में बेटियों का गला घोट देते हैं।
महकता है आंगन उनका भी जिनके घर बेटियां होती हैं।
एक नालायक बेटे से कहीं अच्छी बेटी होती है।

अपने ही लाभ के कारण छोड़ देते हैं दामन जिसका
बेटियां थाम लेती हैं हाथ उनका भी,
फर्क है उन लोगों की सोच में,
 क्यों फिर बेटे की चाहत में बेटियों का गला घोट देते हैं।

सोच बदल कर देखो अपनी
उस घर में कितनी खुशियां होती है।
जिस घर में बेटियां होती है।
स्वर्ग बना देती है छोड़ के आंगन अपने पिता का
जो दूसरे का दामन थाम लेती  है।
बेटियां हैं तो घर की शोभा होती है।
फिर क्यों बेटे की चाहत में बेटियों का गला  घोट देते हैं।

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