ज्यादा नहीं मांगता कुछ पल का साथ चाहिए था तुम्हारा
तेरी ही जुस्तजू है जो दिल में तेरी याद दिलाती है ।
मेरे अधूरे सपने मन एक उम्मीद जगाते हैं।
तुम मेरे ख्वाबों की मल्लिका तेरे बिन जिंदगी अधूरी है।
तेरी छवि को दिल में सजा के रखा है दुल्हन की तरह
आ जाओ मेरी दुनिया में जो तुम बिन अधूरी है।
मेरे अधूरे सपने मन एक उम्मीद जगाते रहते हैं।
कभी अकेले तनहाई में अक्सर अपने से ही बातें करता रहता है।
तुम्हारे साथ बिताए पल को अपने मन के आंगन में सजाया करता हूं।
कभी तो आओगे मेरे जीवन में इस सहारे ही जी लिया करता हूं।
मेरे अधूरे सपने मन में एक उम्मीद जगाते रहते हैं।
Nice conspt
जवाब देंहटाएंNice thoughts
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